हर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के ३०००० आबादी के लिये ४ से ५ उप स्वास्थ्य केन्द्र होते हैं। स्वास्थ्य उपकेंद्र ५००० लोगों के इलाज के लिए बने होते हैं। हर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में एक या दो डॉक्टर, दो नर्स या दाइयॉं, ५ – ६ ऑक्सिलरी नर्सें (उप केन्द्रों में), क्लर्क, वार्ड सहायक और फील्ड सुपरवाइज़र होते हैं। एक वाहन भी वहॉं होता है। एक प्राथमिक केन्द्र के काम ये हैं –
असल में परिवार कल्याण और टीकाकरण कार्यक्रमों में ही उप -केन्द्रों के कार्यकर्ताओं का सारा समय निकल जाता है। ज़्यादातर लोगों को यह भी नहीं पता होता कि ये सेवाएं उन्हें मुफ्त में मिलनी चाहिए। यह ज़रूरी है कि लोगों को स्वास्थ्य केन्द्रों की ज़िम्मेदारियों के बारे में बताया जाए ताकि ऐ इन सेवाओं का पूरा लाभ उठा सकें। ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन में अब स्वास्थ्य उपकेंद्रों के हालात काफी सुधरे है। भारत में चल रही कुछ सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में नीचे जानकारी दी गई है। इन कार्यक्रमों की फलताओं और असफलताओं का भी आकलन किया गया है।
गॉंवों में एकसमय ज़्यादातर प्रसव पारंपरिक दाइयों पड़ौसियों और रिश्तेदारों की देखरेख में ही होते थे। हांलाकि मुश्किल प्रसव संभालने के लिए अस्पतालों की ज़रूरत होती है, दाइयॉं गॉंवों की औरतों में आसानी से घुलमिल जाती हैं, इन्हें प्रशिक्षण देने के पहिले एक योजना थी। ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के चलते अब दाईयोंका महत्त्व कम हुआ है।
स्वास्थ्य विज्ञान में इतनी ज़्यादा तरक्की हो जाने के बावजूद बहुत से देशों में बीमारी बहुत ज़्यादा व्याप्त है। ऐसा रहने सहने के खराब हालातों के कारण है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक कार्यक्रम बनाया था जिसे ‘२००० तक सभी के लिए स्वास्थ्य’ का नाम दिया गया था। यह उद्देश्य प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा के ज़रिए हासिल किया जाना था।
विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं सभी लोगों को, उनकी सक्रिय भागीदारी से और उनकी मंजूरी से मिलनी चाहिए। ये ऐसी कीमत पर मिलनी चाहिए जिसे समुदाय और देश आसानी से वहन कर सके। इस तरह से मुख्य शब्द हैं – ज़रूरी, सहज, उपलब्ध, मान्यता, भागीदारी सही कीमत में।
ये सब २००० तक हो जाना था। परन्तु सभी के लिए स्वास्थ्य के लिए पूरी सामाजिक और आर्थिक स्थिती में सुधार की ज़रूरत है और इसे हासिल करने में भारत अभी बहुत पीछे है। सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता समुदाय के बीचों बीच होता है रेफरल प्राथमिक सहायता इलाज निदान स्वास्थ्य शिक्षा बाद में देखभाल।