पहले 2 – 3 दिनों में बच्चे का वजन थोड़ा सा कम हो जाता है। पर 10वें दिन से यह बढ़ना शुरु कर देता है। पांचवे महीने तक बच्चे का वजन लगभग दुगना हो जाता है। एक साल के अंत तक वजन जन्म के समय के वजन से तीन गुना हो जाता है।
बच्चा एक साल तक का होने तक करीब 25 – 30 सेंटीमीटर लंबा हो जाता है।
सिर का घेरा जन्म के समय 32 – 35 सेंटीमीटर होता होता है। 6 महीने की उम्र तक यह 44 सेंटीमीटर और एक साल तक 47 सेंटीमीटर हो जाता है।
दांत निकलना 5-9 महीनों की उम्र से शुरु हो जाता है (निचले कृन्तक दांत)। एक साल की उम्र तक 6 – 8 दांत निकल चुके होते हैं। किन्हींबच्चों में दांत निकलने 15 से 19 महीेने की उम्र तक भी शुरु हो सकते हैं।
4 से 5 हफ्तों का होने पर बच्चा मॉं को पहचनाना शुरु कर देता है और मुस्कुराता भी है। यह मानसिक विकास का एक महत्वपूर्ण लक्षण होता है। अगर 2 से 3 महीने का होने तक भी बच्चा ऐसा करना शुरु न करे तो यह मानसिक विकास में कमी का लक्षण है। ऐसी समस्या पर ध्यान दें और डाक्टर को दिखाएं।
2 महीने का होने तक बच्चा पेट के बल लिटाने पर अपना सिर थोड़ा उठा सकता है। तीन महीने का होने पर बिठाने या खड़ा करने पर बच्चा कुछ हद तक अपनी गर्दन संभाल सकता है। चौथे महीने तक वो पूरी तरह गर्दन संभालने के लायक हो जाता है।
4 महीने का होने तक बच्चा अपने आसपास की चीज़ों को अपने हाथ से पकड़ सकता है। पर अभी भी वो चीज़ें ऊपर नहीं उठा सकता।
5 – 6 महीने का होने पर बच्चा अपने आप उलट सकता है।
6 से 7 महीने का होने पर बच्चा एक हाथ से चीज़ दूसरे हाथ में दे सकता है।
6 से 7 महीने का होने तक बच्चा सहारे के लिए अपने हाथ ज़मीन पर टिका कर बैठ सकता है। इस उम्र तक पकड़ कर खड़ा करने पर वो अपना वजन संभाल भी संभाल सकता है। 4 से 7 महीने में बच्चा ज़्यादा मस्त हो जाता है और मुस्कुराने लगता है।
9 से 10 महीने का होने पर बच्चा ज़मीन पर घिसट कर चलना शुरु कर देता है। इस उम्र तक वो ज़मीन से चीज़ें भी उठा सकता है।
8 से 9 महीनों का होने तक बच्चा दादा, बाबा जैसे शब्द बोलना शुरु कर सकता है। अपना नाम सुनने पर जवाब देता है और हाथ हिलाने लगता है। एक साल का होने तक बच्चा 2 – 3 शब्द समझ कर बोलने लगता है।