blood flowरक्तसंचालन
खून का दवाब

blood-pressure-machine. blood-pressureशरीर में खून एक बंद संचरण तंत्र में बहता है। दिल इस तंत्र में खून का निश्चित दवाब बनाए रखता है। नाड़ी के दवाब से शरीर में खून के दवाब का पता चलता है। अगर अनुभव हो तो नाड़ी की जांच से ही खून के दवाब के ज़्यादा होने के बारे में पता चल सकता है। परन्तु खून के दवाब (बीपी) की ठीक ठाक जांच के लिए बीपी का उपकरण ज़रूरी होता है।

शिराएं

आमतौर पर शिराएं केवल हाथों और पैरों में ही दिखाई देती हैं। ये शिराएं त्वचा के ठीक नीचे होती हैं, इसलिए ऊपर से दिखाई देती हैं। एक पतले व्यक्ति (जिसमें चर्बी नहीं होती) में एक मोटे व्यक्ति के मुकाबले ज़्यादा शिराएं दिखाई देती हैं। ठीक इसी कारण से औरतों में पुरुषों के मुकाबले कम शिराएं दिखाई देती हैं और बच्चों में बड़ों के मुकाबले कम शिराएं दिखाई देती हैं। जिन लोगों के शरीर में खूब सारी पेशियॉं होती हैं उनमें शिराएं भरी रहती हैं और दिखाई देती रहती हैं। खासकर कसरत करने के बाद ऐसा होता है। हम कसरत के समय भी भरी हुई शिराएं देख सकते हैं पर ये थोड़ी देर बाद ही पिचक जाती हैं।

कुछ बीमारियों में हम शरीर पर भरी हुई शिराएं देख सकते हैं। अगर आराम करते समय गले की शिराएं भरी हुई हों तो ये दिल की बीमारी का सूचक है। दमे में भी शिराएं सूज जाती हैं क्योंकि इस बीमारी में छाती में खून दवाब की बदौलत ही बहता है। अपस्फीत शिराएं उभरी हुई शिराएं होती हैं जो पैरों में देखी जा सकती हैं। ऐसा तब होता है जब खून बहुत देर तक शिराओं में रहता है। जो लोग बहुत देर तक खड़े रहते हैं उनके पैरों में अपस्फीत शिराएं देखी जा सकती हैं। जलोदर की स्थिति में पेट की शिराएं देखी जा सकती हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि लिवर सिरोसिस और दिल के दौरे से खून के बहाव पर असर पड़ता है। अगर बांह या पैर को कस कर बांध दिया जाए और इससे खून का दवाब 40 मिली मीटर मरकरी हो जाए, तो भी शिराएं सूज जाती हैं। डॉक्टर शिरा में इन्जैक्शन या इंट्रावेनस ड्रिप लगाने के लिए ऐसा करते हैं।

दिल

दिल छाती में बीच की लाईन के थोड़ी सी बांयी ओर होता है। अगर आम इस क्षेत्र पर अपना हाथ रखें तो आप इसकी धड़कन महसूस कर सकते हैं। इस जगह पर दिल छाती की दीवार के एकदम पास होता है। इस जगह पर (पराजठरमुख) आप दिल को महसूस कर सकते हैं और अगर दिल के वाल्व में गड़बड़ी हो तो दिल में से आ रही मरमर की आवाज़ सुन सकते हैं।

हम अपने हाथ से भी दिल के धड़कने की आवाज़ महसूस कर सकते हैं, परन्तु दिल किस तरह से धड़क रहा है यह सुनने के लिए आले की ज़रूरत होती है। आला असल में एक नली होती है जिसमें से होकर हवा गुज़रती है। इसके एक सिरे पर एक ड्रम जैसा संयंत्र लगा रहता है जिससे यह आवाज़ ऊँची हो जाती है।

दिल की आवाज़ें

सामान्य दिल की आवाज़ को “लब- डब’ की आवाज़ कहा जाता है। यह असल में दो आवाज़ें हैं जो एक के बाद एक जल्दी जल्दी आती हैं। दिल की हर धड़कन में दो आवाज़ें आती हैं जो दिल के दो अलग अलग प्रक्रियाओं से जुड़ी होती हैं। लब आवाज़ वाल्वों के एक साथ बंद होने की आवाज़ है। इसी तरह डब आवाज़ अन्य दो वाल्वों के एक साथ बंद होने की आवाज़ है। दिल की इस एक धड़कन के बाद दूसरी धड़कन से दिल के क्रियाओं का एक चक्र पूरा होता है। यह पूरी ज़िंदगी भर हर मिनट में 60 से 80 बार होता है।

दिल की मरमर की आवाज़

कुछ लोगों में आप आले की मदद से एक हल्की या काफी ऊँची मरमर की आवाज़ सुन सकते हैं। नंगे हाथों से आप इसका घरघराना महसूस कर सकते हैं। गर्भ के दौरान भी मरमर की आवाज़ आती है क्योंकि इस समय खून का बहाव बढ़ जाता है। गंभीर अनीमिया या दिल के वाल्व के खराब होने पर भी मरमर की आवाज़ आती है।

 

डॉ. शाम अष्टेकर २१, चेरी हिल सोसायटी, पाईपलाईन रोड, आनंदवल्ली, गंगापूर रोड, नाशिक ४२२ ०१३. महाराष्ट्र, भारत

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